सामाजिक समरसता के लिए पत्रकारिता के श्रेष्ठ स्वरूप की आवश्यकता: नरसिंहपुरी महाराज

चौमूं@ प्रेस क्लब की संगोष्ठी में मुख्य अतिथि परशुरामपुरी मठ के महंत नरसिंहपुरी महाराज ने प्राचीन बाग महादेव मंदिर में आशीर्वचन देते हुए यह कहा कि पत्रकारों को सामाजिक समरसता के लिए प्रयास करने चाहिए ताकि एक स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण हो सके।


लोकतंत्र में पत्रकारिता को चौथे स्तंभ का जो दर्जा प्राप्त है उसके वजूद को बनाए रखने के लिए पत्रकारों को श्रेष्ठ आयाम स्थापित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इन दिनों पीत पत्रकारिता का दौर चल रहा है। पत्रकारिता में महिमामंडन और चरित्र हनन का कोई स्थान नहीं है।


उन्होंने महात्मा गांधी और जयशंकर प्रसाद के पद चिन्हों पर चल उच्च आदर्श स्वरूप को रेखांकित कर पत्रकारों को आत्म संयम रखकर राष्ट्र सेवा की भावना से कार्य करने का आह्वान किया।


प्रेस क्लब चौमूं के अध्यक्ष आशीष तिवाड़ी ने कहा कि संगो​ष्ठी में सर्वसम्मति से क्लब कार्यालय हेतु भूमि आवंटन करवाने के संबंध में विचार-विमर्श किया गया। साथ ही जो सक्रिय पत्रकार है उन्हें सदस्य बनाने के लिए प्रस्ताव रखा गया। सदस्य बनने के लिए क्षेत्र के सक्रिय पत्रकार 31 अगस्त तक आवेदन दे सकते हैं। साथ ही पुराने सदस्य जो अब नियमित पत्रकार नहीं है। उन्हें उनकी सदस्यता को निरस्त करने का प्रस्ताव पारित किया गया।


संगोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार महेंद्र यादव, भाग सिंह, गजानंद कुमावत, निखिल तिवाड़ी, कन्हैया लाल कुमावत, एहसान खान, शंकर लाल शर्मा, कैलाश पाराशर, गजानंद यादव, राम अवतार शर्मा, भगवान सहाय यादव, पंकज बागड़ा, महेंद्र प्रताप बुनकर, वीरेंद्र कुमार सिरोलिया आदि ने पत्रकारिता के वर्तमान स्वरूप सामाजिक अपेक्षाओं और दायित्वों के संबंध में विचार व्यक्त किए। अंत में क्लब के महामंत्री बीएल भंडारी ने पत्रकारों का आभार व्यक्त किया। इस दौरान अनेक पत्रकार उपस्थित थे।