श्रीमाधोपुर @ श्रावणी पूर्णिमा संस्कृत दिवस एवं भाई बहिन के अमर प्रेम व अटूट विश्वास के प्रतीक रक्षाबंधन के दिन संस्कृत शिक्षा की नींव रखी गई थी।
तब से संस्कृत दिवस हर विद्यालय में मनाया जाता है एवं घर- घर अलख जगाकर संस्कृत भाषा का प्रचार प्रसार किया जाता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मालीराम यादव संरक्षक एवं मुख्य अतिथि भामाशाह सज्जन राम यादव रहे संस्कृत भाषा सभी भाषाओं की जननी है इसके अभाव में सभी भाषाएं अधूरी मानी जाती है।
संस्था प्रधान रामदयाल सैनी एवं अभिभावकों के सहयोग से विद्यालय प्राङ्गण में अशोक का वृक्ष एवं अन्य पेड़ लगाकर संस्कृत दिवस मनाया गया । सैनी ने बताया कि भारत में प्रायः सभी भाषाओं की जननी एवं विश्व की अधिकांश भाषाओं की जननी मानी जाने वाली संस्कृत भाषा अपने सुव्यवस्थित व्याकरण एवं समृद्ध साहित्य के कारण संपूर्ण विश्व में अप्रितम प्रतिष्ठा की पात्र बनी हुई है।