जयपुर (स्मार्ट समाचार )जब शराब की तलब उठती है तो लोग यह नहीं देखते कि बोतल नई है या पुरानी। शराब के तलबगार तो यह भी नहीं देखते कि शराब सही है या मिलावटी। शराब पीने वालों को बस अपनी तलब मिटानी होती है।
शराबियों के इसी तलब का फायदा उठाते हुए राजस्थान के जयपुर में पुरानी बोतलों में मिलावटी शराब बेचकर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। प्रदेश की राजधानी जयपुर में अवैध शराब का कुछ ऐसा ही धंधा सामने आया है।
आबकारी विभाग की ओर से अवैध शराब के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के दौरान शराब की बोतलों के ढक्कन सप्लाई करने वाले गिरोह को दबोचा गया है। आबकारी विभाग को शक है कि नकली शराब का धंधा करने वाले माफिया पुरानी बोतलों में सस्ती शराब डालकर चांदी काट रहे हैं। आबकारी विभाग की टीम ने शहर के शास्त्रीनगर और बोरिंग चौराहे से इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों की गिरफ्तारी से इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है।
जयपुर शहर के आबकारी अधिकारी सुनील भाटी ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह गिरोह पुरानी बोतलों में अवैध शराब भरकर सप्लाई करता है। इस गिरोह का सरगना फरार हो गया है। आबकारी विभाग की टीम पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है। साथ ही कॉल डिटेल के आधार पर अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। आरोपी कबाड़ियों से पुरानी बोतलें लेकर उनमें अवैध सस्ती शराब को भरते हैं, फिर शहर के विभिन्न इलाकों में उसकी सप्लाई करते हैं। आबकारी विभाग को उम्मीद है कि आरोपियों से पूछताछ में बड़ा मामला उजागर हो सकता है।
दरअसल, शराब तस्करों के लिये इन दिनों हरियाणा और अन्य प्रदेशों से शराब की तस्करी कर राजस्थान में लाना मुश्किल हो गया है। ऐसे में शराब माफियाओं ने दूसरा रास्ता चुन लिया है। इसके लिए वे यहीं पर अवैध शराब को पुरानी बोतलों में भरकर चांदी कूटने में लगे हैं।